क्या आप चीनी मिल उत्तर प्रदेश की सूचि Pdf| ई गन्ना पर्ची कैलेंडर या गन्ना कैन यू पी क्या है? प्रश्नों का उत्तर धुंध रहे हैं तो आप सही जगह पर है।
चाहे आप अपने ज्ञान का विस्तार करने के इच्छुक एक जिज्ञासु उत्साही हों या विशिष्ट जानकारी की तलाश में एक उद्योग पेशेवर हों, यह लेख आपको उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की पूरी सूची प्रदान करेगा। आइये चीनी मिल उत्तर प्रदेश की सूचि की जानकारी से पहेल हम चीनी और गन्ना के बारे में जानते हैं।
चीनी क्या है, प्रकार, महत्व और कैसे तैयार होता है?
चीनी, जिसे अंग्रेजी में ‘सुगर’ कहा जाता है, मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह मिठास और आनंद का प्रतीक है, जो खाने-पीने के स्वाद को मनोरंजनशील बनाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम देखेंगे कि चीनी क्या है और इसका उत्पादन कैसे होता है।
चीनी के प्रकार:
चीनी कई प्रकार की होती है, जैसे कि सफेद चीनी, काली चीनी, ब्राउन चीनी आदि। सफेद चीनी प्रायः सुगरकेन से बनती है, जबकि काली चीनी उसके चारकोलीकृत संस्करण को कहते हैं। ब्राउन चीनी में शुगरकेन के अलावा थोड़ा और कुछ आवश्यक तत्व भी पाए जाते हैं, जिससे यह अधिक पोषणयुक्त रहती है।
उपयोग और महत्व:
चीनी का उपयोग खाद्य सामग्रियों में मिठास बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह न केवल मिठाइयों में उपयोग होती है, बल्कि उसका उपयोग अनेक प्रकार के खाद्य पदार्थों, बेवरेजों और सौंदर्य उत्पादों में भी होता है।
चीनी का उत्पादन:
- कृषि: चीनी का उत्पादन खेती से होता है, जहाँ शुगरकेन नामक पौधों से चीनी निकाली जाती है। यह पौधे शीतोष्ण क्षेत्रों में अधिक पाए जाते हैं और उनकी खेती के लिए विशेष मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
- प्रक्रियान्वितीकरण: चीनी के पौधों से चीनी निकालने की प्रक्रिया ‘सुगर प्रोसेसिंग’ कहलाती है। इसमें चीनी कन्टेंट को अलग करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रक्रियान्वित उपकरणों का उपयोग होता है।
- शोध और विकास: विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में चीनी के उत्पादन में नवाचार होते रहते हैं। नए तरीके से चीनी को प्रसंस्करण करने और पदार्थों में मिलाने का प्रयास किया जाता है ताकि उसका उपयोग और भी विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सके।
अतः चीनी एक महत्वपूर्ण मिठास है जो हमारे खाने-पीने के स्वाद को और भी अधिक आकर्षक बनाती है।
गन्ना क्या होता है? महत्वपूर्ण जानकारी
गन्ना, जिसे अंग्रेजी में ‘सुगरकेन’ कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण खेती की फसल है जो चीनी के उत्पादन के लिए प्रमुख स्रोत होती है। यह सब्जियों की तुलना में ज्यादा मात्रा में पाए जाने वाले पौधे में से एक है और इसकी बुआई व उगाई जाती है।
गन्ने की खेती:
गन्ने की खेती उष्णकटिबंधीय और शीतोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है। यह फसल खेती के लिए विशेष धरती, उपजाऊ मिट्टी, नियमित पानी सप्लाई और सवाल आदि की आवश्यकता होती है।
गन्ने के उपयोग:
- चीनी उत्पादन: गन्ने के पौधों से चीनी निकाली जाती है, जिसका उपयोग खाद्य और उद्योगों में किया जाता है।
- खाद्य पदार्थों में: गन्ना खाद्य पदार्थों को मिठास देने के लिए उपयोग होता है, जैसे कि नमकीन, स्वीट्स, बेवरेज्स, आदि।
- ऊर्जा स्रोत: गन्ने का रस बिजली और ईंधन की उत्पादन में भी उपयोग होता है।
गन्ने की प्रक्रिया:
- बुआई: गन्ने के बीजों को खेत में बोते जाते हैं जिससे पौधे उगाते हैं।
- पूर्ण विकास: पौधे को सही धरती, पानी, खाद्य और प्रकृति की देखभाल से पूर्ण विकास होता है।
- कटाई: जब पौधे पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं, तो उन्हें काटकर गन्ने के रस को निकाला जाता है।
अतः गन्ना एक महत्वपूर्ण फसल है जिसका उपयोग खाद्य और उद्योगों में किया जाता है। इसकी खेती समृद्धि और रोजगार के स्रोत के रूप में भी महत्वपूर्ण है।
चीनी मिल किसे कहते हैं? और बनाने की प्रक्रिया
चीनी मिल एक उद्योग है जो गन्ने के रस से चीनी बनाने की प्रक्रिया को संचालित करता है। यह उद्योग खाद्य और उद्योगों में उपयोग होने वाली चीनी का उत्पादन करता है, जिसका मुख्य स्रोत गन्ना होता है।
चीनी मिल की प्रक्रिया:
- गन्ने की कटाई: पहले चरण में, गन्ने की कटाई की जाती है और उसके रस को निकालने के लिए प्रेस में डाला जाता है।
- रस निकालना: गन्ने के रस को प्रेस के माध्यम से निकाला जाता है और उसे विशेष प्रकार के कंटेनर में स्थानांतरित किया जाता है।
- शुद्धिकरण: रस को शुद्ध करने के लिए विभिन्न प्रकार के शुद्धिकरण प्रक्रियाएँ आयोजित की जाती हैं, जैसे कि उबालना, फिल्टरिंग, आदि।
- उबालना: शुद्धिकृत रस को उबालने के लिए विशेष उपकरण का उपयोग किया जाता है ताकि उसमें से पानी और अन्य अवशिष्ट तत्व निकल सकें।
- शुद्ध चीनी का प्राप्त करना: उबाले हुए रस से शुद्ध चीनी को प्राप्त किया जाता है जिसे आगे की प्रक्रिया के लिए उपयोग किया जाता है।
- क्रिस्टलीजेशन: शुद्ध चीनी को क्रिस्टलीजेशन की प्रक्रिया से अलग किया जाता है, जिससे उसमें से कणों को अलग किया जा सके।
चीनी का उपयोग:
चीनी मिलों द्वारा बनाई गई चीनी को खाद्य उद्योगों में मिठास देने के लिए उपयोग किया जाता है। यह चीनी केक, मिठाई, बेवरेज्स और अन्य खाद्य पदार्थों में उपयोग होती है।
अतः चीनी मिल गन्ने के रस से चीनी बनाने की प्रक्रिया को संचालित करने वाले उद्योग है, जिससे खाद्य और उद्योगों में उपयोग होने वाली चीनी का उत्पादन होता है। इसका उपयोग विभिन्न खाद्य पदार्थों को मिठास देने के लिए किया जाता है और यह खाद्य उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण स्रोत होती है।
चीनी मिल का आविष्कार:
चीनी मिल का आविष्कार एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो गन्ने के रस को चीनी में बदलने की प्रक्रिया को संवर्धित किया। यह आविष्कार खाद्य और उद्योगों में मिठास देने के उद्देश्य से किया गया था और आजकल यह उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
चीनी मिल के आविष्कारक: चीनी मिल के आविष्कारक का नाम नीकोलस फ्रेंसिस हैडन है। वह एक अमेरिकी वैज्ञानिक और कृषि विज्ञानी थे, जिन्होंने 19वीं सदी के मध्य में गन्ने के रस से चीनी तैयार करने के लिए एक सफल प्रक्रिया विकसित की।
चीनी मिल के आविष्कार की प्रक्रिया: नीकोलस फ्रेंसिस हैडन ने चीनी मिल के आविष्कार के लिए एक विशेष प्रक्रिया विकसित की जिसमें वह गन्ने के रस को शुद्ध करने और चीनी तैयार करने के लिए विभिन्न कदमों का उपयोग करते थे। उनकी प्रक्रिया में गन्ने के रस को उबालकर शुद्ध किया जाता था और उसके बाद उसे विशिष्ट तरीकों से क्रिस्टलीज किया जाता था। इससे शुद्ध चीनी तैयार होती थी जो खाद्य उद्योगों में उपयोग होती है।
आविष्कार का महत्व: चीनी मिल के आविष्कार ने खाद्य और उद्योगों में चीनी का उपयोग करने की प्रक्रिया को सरल और अधिक सहज बना दिया। इससे बड़ी मात्रा में चीनी की आपूर्ति की जा सकती है, जिससे खाद्य उद्योग और उपयोगिताओं को बेहतरीन उत्पादन मिलता है।
अतः नीकोलस फ्रेंसिस हैडन द्वारा किया गया चीनी मिल के आविष्कार गन्ने के रस से चीनी तैयारी की प्रक्रिया को सरल और अधिक सहज बनाया। यह आविष्कार खाद्य और उद्योगों में उपयोग होने वाली चीनी की आपूर्ति को सुनिश्चित करता है और उपयोगिताओं के उत्पादन में मदद करता है।
चीनी मिल उत्तर प्रदेश का परिचय
गन्ना या चीनी मिल एक ऐसी फैक्ट्री है जो गन्ने को कच्चे या सफेद चीनी बनाने के लिए प्रोसेस करती है। एक चीनी मिल गन्ना के फसल के मौसम के दौरान लगातार काम करती है और जो की उत्तर प्रदेश में छह महीने से अधिक समय तक चलती है।
उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे बड़े चीनी उद्योगों में से एक है। राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग के लिए नई प्रचार नीतियों के रूप में भव्य उपायों को एक ऐसे समय में पेश किया गया था जब उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग के विकास को आगे बढ़ाने के लिए इसकी बहुत आवश्यकता थी।
उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग का वैश्विक चीनी बाजार में उज्ज्वल भविष्य है। दुनिया भर में चीनी की मांग तेजी से बढ़ रही है। अपनी क्षमता के साथ उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग इस अंतर्राष्ट्रीय मांग को पूरा कर सकता है।
उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग के यह फायदे हैं कि उत्पादन की लागत काफी कम होता है और जलवायु परिस्थितियां और मिट्टी की स्थिति गन्ना उत्पादन के अनुकूल है। भारत का वह क्षेत्र जहाँ उत्तर प्रदेश राज्य स्थित है, भारत की सबसे उपजाऊ भूमि में से एक है। यह गंगा और जमुना नदियों के बीच की भूमि का एक अत्यंत उपजाऊ बेल्ट है।
उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार ने अनुसंधान और विकास इकाई की स्थापना की है, जो बेहतर गुणवत्ता वाले गन्ने के पौधों का विकास कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उद्योग की तेज़ी से वृद्धि हो।
उत्तर प्रदेश राज्य की भौगोलिक स्थिति इसके प्रमुख लाभों में से एक है क्योंकि इसे एक्सेस करना बहुत आसान है।
उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग भारत में बढ़ती घरेलू मांगों को पूरा कर रहा है, जो कि आर्थिक परिस्थितियों में सुधार और सामान्य आय स्तर में वृद्धि के कारण है। चीनी की वर्तमान खपत लगभग 19 मिलियन टन है और यह सालाना आधार पर 24 मीट्रिक टन तक जा सकती है।
गन्ना कैन यू पी (Caneup.in) यूपी ई गन्ना पर्ची कैलेंडर
गन्ना कैन यू पी (Caneup.in) या यूपी ई गन्ना पर्ची कैलेंडर एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जो उत्तर प्रदेश के किसानों को उनकी गन्ने की उपज की जानकारी देने का काम करता है। यह एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो किसानों को उनके कृषि कार्यों में मदद प्रदान करता है।
गन्ना कैन यू पी या Ganna Parchi Calendar 2022 23 की विशेषताएँ:
- उपज का अनुमान: यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर के माध्यम से किसान अपनी गन्ने की उपज का अनुमान लगा सकते हैं। इससे वे अपने उत्पादन की समय समय पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- कृषि सलाह: यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों को कृषि सलाह भी प्रदान करता है, जिससे वे अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
- खेती की टिप्स: यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर पर किसानों को खेती से संबंधित उपयोगी टिप्स और तकनीकी जानकारी भी मिलती है।
गन्ना कैन यू पी या ई गन्ना का उपयोगकर्ता को फायदे:
यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर का उपयोग किसानों के लिए विभिन्न तरीकों से फायदेमंद है:
- उत्पादकता में वृद्धि: किसान अपनी उपज की जानकारी से उत्पादकता में वृद्धि कर सकते हैं और सही समय पर उपज निकाल सकते हैं।
- समय की बचत: कैलेंडर में दिए गए सुचनाओं से किसान अपनी कृषि कार्यों को समय पर प्लान कर सकते हैं, जिससे उन्हें समय की बचत होती है।
- उपयोगी जानकारी: यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर पर किसानों को उपयोगी खेती से संबंधित जानकारी मिलती है जिससे उन्हें बेहतर उत्पादन प्राप्त करने में मदद मिलती है।
अतः गन्ना कैन यू पी या ई गन्ना पर्ची कैलेंडर (Caneup.in) उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन स्रोत है जो उन्हें उनकी गन्ने की उपज की जानकारी प्रदान करता है। इससे किसान अपनी उत्पादन को बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं और उन्हें अधिक फायदा मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों का महत्व और योगदान
उत्तर प्रदेश भारत के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्यों में से एक है। यहाँ पर कई बड़ी चीनी मिलें स्थित हैं जो कि सुगर उद्योग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उत्तर प्रदेश के कुछ प्रमुख चीनी मिलों में भारतीय चीनी कॉर्पोरेशन, ट्राइजेन इंडस्ट्रीज, धमाशी जीवन साहित्या एवं किसान उत्पादक कंपनी शामिल हैं। चीनी मिलें गन्ने के रस से चीनी बनाने की प्रक्रिया को संचालित करती है और यह उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- रोजगार का स्रोत: चीनी मिलों के संचालन से उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार का मौका मिलता है। यहाँ पर कई प्रकार की नौकरियाँ उत्पन्न होती हैं जैसे कि मशीनिक, तकनीशियन, प्रबंधन और श्रमिक।
- किसानों की आर्थिक सहायता: चीनी मिलें किसानों को उनकी उपज की अच्छीमित्रता के आधार पर मूल्य देती है। यह किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करके उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देती है।
- विकास में योगदान: चीनी मिलों के संचालन से उत्तर प्रदेश के गांवों में विकास की गति में वृद्धि होती है। यहाँ पर अधिकांश चीनी मिलें ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित होती हैं जिससे उन इलाकों में रोजगार और आर्थिक विकास का एक अच्छा स्रोत बनता है।
- सरकारी आयोजनों का हिस्सा: उत्तर प्रदेश सरकार चीनी मिलों के संचालन को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाती है। इससे किसानों को आर्थिक सहायता प्राप्त होती है और वे अधिक उत्पादन करके अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं।
अतः उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों का महत्व गांवों में विकास की गति में योगदान करता है और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देता है। इसके साथ ही, यह रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है और गन्ने के उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है।
चीनी मिल उत्तर प्रदेश job 2023
उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों में नौकरी के अवसर 2023 में बहुत अवसर है। गन्ने के रस से चीनी बनाने और संचालन के इस उद्योग में कई तरह की नौकरियाँ उपलब्ध होती हैं, जो किसानों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करते हैं।
- मशीनिक: चीनी मिलों में मशीनों की सुरक्षा और संचालन की देखभाल करने वाले मशीनिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
- तकनीशियन: मशीनों की मरम्मत और स्थानांतरण के लिए तकनीशियनों की आवश्यकता होती है जो मशीनों की सुरक्षा और प्रदर्शन की जांच करते हैं।
- प्रबंधन: चीनी मिलों के संचालन की प्रबंधन करने वाले प्रबंधकों की आवश्यकता होती है जो सुरक्षा, उत्पादन, और कार्यक्रमों की निगरानी करते हैं।
- श्रमिक: चीनी मिलों में काम करने वाले श्रमिकों की भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो मशीनों की सहायता से चीनी की तैयारी करते हैं।
- क्षेत्र सहायक: गन्ने की फसल की देखभाल करने वाले क्षेत्र सहायकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो किसानों को उनकी उपज में सहायता प्रदान करते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार चीनी मिलों में नौकरी के अवसर:
उत्तर प्रदेश सरकार चीनी मिलों में रोजगार के अवसर प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाती है। यहाँ पर विकास के लिए नौकरियों की सृजनात्मकता और आर्थिक सहायता की जाती है ताकि किसानों और क्षेत्रीय समुदायों को लाभ हो सके।
अतः चीनी मिल उत्तर प्रदेश job 2023 नौजवानों, किसानों और उनके परिवारों के लिए अवसर प्रदान करते हैं। इसके साथ ही, यह उद्योग में स्थानांतरण के अवसर भी प्रदान करता है और रोजगार की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
Bharat ke Sabhi Rajyo ke Mukhyamantri aur Rajyapal list in Hindi 2023
चीनी मिल उत्तर प्रदेश की सूचि 2023
उत्तर प्रदेश में चीनी मिल कहाँ-कहाँ है इसकी सूचि नीचे टेबल में दिया गया है:-
SL | चीनी मिल उत्तर प्रदेश | पता | जिला |
1 | न्योली शुगर मिल्स | न्योली | एटा |
2 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | साठा | अलीगढ़ |
3 | छता शुगर कंपनी लिमिटेड | छठा | मथुरा |
4 | किसान सहकारी चीनी मिल | सठियांव | आजमगढ़ |
5 | किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड | घोसी | मऊ |
6 | किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड | रशरा | बलिया |
7 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | बरैली | बरेली |
8 | जेके सुगर मिल | मीरगनज | बरेली |
9 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | सेमिख़ेरा | बरेली |
10 | ओसवाल ओवरसीज लिमिटेड चीनी डिवीजन | नवाबगनज | बरेली |
11 | केसर एंटरप्राइजेज लिमिटेड चीनी डिवीजन | बहेरी | बरेली |
12 | किसान सहकारी चीनी मिल्स | सेखपुर | बदायूं |
13 | एल.एच. शुगर फैक्टरी लिमिटेड | पीलीभीत | पीलीभीत |
14 | किसान सहकारी चीनी मिल्स | विशालपुर | पीलीभीत |
15 | किसान सहकारी चीनी मिल्स | परनपुर | पीलीभीत |
16 | किसान सहकारी चीनी फैक्टरी | मझोला | पीलीभीत |
17 | रोज़ा शुगर वर्क्स | रोजा | सहारनपुर |
18 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | तिलहर | सहारनपुर |
19 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | पूवयान | सहारनपुर |
20 | गोविन्दनगर शुगर कंपनी लिमिटेड | वाल्तेरगंज | बस्ती |
21 | बस्ती शुगर मिल्स कंपनी लिमिटेड | बस्ती | बस्ती |
22 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | नवाबगंज | बस्ती |
23 | खलीलाबाद शुगर मिल्स प्रा. लिमिटेड | खलीलाबाद | बस्ती |
24 | इंडो गल्फ इंडस्ट्रीज लिमिटेड (चीनी इकाई) | मेजापुर | गोंडा |
25 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | नवाबगंज | गोंडा |
26 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | जरवाल रोड | बहराइच |
27 | किसान सहकारी चीनी मिल्स | नानपारा | बहराइच |
28 | चिलवारिया शुगर वर्क्स लिमिटेड | चिलवरिया | बहराइच |
29 | बलरामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड | बभनान | गोंडा |
30 | बलरामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड | बलरामपुर | बलरामपुर |
31 | मैसर्स तुलसीपुर शुगर कंपनी लिमिटेड | तुलसीपुर | बलरामपुर |
32 | के. एम. शुगर मिल्स कंपनी लिमिटेड | मोतीनगर | फैजाबाद |
33 | किसान को-ऑपरेटिव शुगर मिल्स लिमिटेड | सुल्तानपुर | सुल्तानपुर |
34 | डी.एस.एम. सुगर बाराबंकी | रोज़ागावं | फैजाबाद |
35 | बरबंकी शुगर मिल | बाराबंकी | बाराबंकी |
36 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | बुधवाल | बाराबंकी |
37 | सराया शुगर मिल्स लिमिटेड | सरदारनगर | गोरखपुर |
38 | यूपी.स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | पिपराइच | गोरखपुर |
39 | धुरीयापुर किसान सहकारी को-ऑपरेशन शुगर मिल्स लि. | हारपुर गाजपुर | गोरखपुर |
40 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | सिसवाबाज़ार | महाराजगंज |
41 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | घुघली | महाराजगंज |
42 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | भटनी | देवरिया |
43 | प्रतापुर शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड | प्रतापपुर | देवरिया |
44 | देवरिया शुगर मिल्स | देओरिया | देवरिया |
45 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | बेतालपुर | देवरिया |
46 | कोंजिया शुगर एंड जनरल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लि. | कप्तानगंज | कुशीनगर |
47 | गंगाश्वर शुगर मिल्स लिमिटेड | रामकोला (P) | कुशीनगर |
48 | कानपुर शुगर वर्क्स लिमिटेड | पडरौना फैक्ट्री ब्रांच | कुशीनगर |
49 | कानपुर शुगर वर्क्स लिमिटेड | काठकुइया फैक्ट्री ब्रांच | कुशीनगर |
50 | संयुक्त प्रांत चीनी कंपनी लिमिटेड | सेवराही | कुशीनगर |
51 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | खडडा | कुशीनगर |
52 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | छितौनी | कुशीनगर |
53 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | रामकोला (K) | कुशीनगर |
54 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | लक्ष्मीगंज | कुशीनगर |
55 | जेएचवी शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | गदोरा | महाराजगंज |
56 | आनंदनगर चीनी मिल | महाराजगंज | महाराजगंज |
57 | गौरी बाजार चीनी मिल | देओरीया | देवरिया |
58 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | कायमगंज | फर्रुखाबाद |
59 | घटमपुर शुगर कंपनी लिमिटेड | घाटमपुर | कानपुर देहात |
60 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | हरदोई | हरदोई |
61 | किटप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड (चीनी इकाई) | रूपापुर | हरदोई |
62 | सरजू सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | बेलरायां | खीरी |
63 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | महमूदाबाद (Avadh) | सुल्तानपुर |
64 | घाघरा शुगर लिमिटेड | अजवापुर | खीरी |
65 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | महोली | सीतापुर |
66 | अवध शुगर मिल्स लिमिटेड | हारगवां | सीतापुर |
67 | सेक्सरिया बिस्वान शुगर फैक्टरी लिमिटेड | बिस्वान | सीतापुर |
68 | रामगढ़ चीनी मिल्स | रामगढ | सीतापुर |
69 | गोविंद शुगर मिल्स लिमिटेड | मेरा स्टेट | खीरी |
70 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड | गोला गोकर्ण नाथ | खीरी |
71 | नंदगंज सिहोरी शुगर कंपनी लिमिटेड | दरियापुर | रायबरेली |
72 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड | पलियाकला | खीरी |
73 | किसान सहकारी चीनी मिल | सम्पूर्णानगर | खीरी |
74 | कमलापुर शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड | कमलापुर | सीतापुर |
75 | यूपी स्टेट शुगर मिल कॉर्पोरेशन लिमिटेड | बुलंदशहर | बुलंदशहर |
76 | किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड | अनूपशहर | बुलंदशहर |
77 | एगोटा शुगर एंड केमिकल्स | भजोरिया | बुलंदशहर |
78 | डोराला शुगर वर्क्स | दोरला | मेरठ |
79 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | साकोटि टांडा | मेरठ |
80 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | मोहदीनपुर | मेरठ |
81 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | मलियाना | मेरठ |
82 | बागपत सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | बागपत | बागपत |
83 | रामला सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | रमाला | बागपत |
84 | एसवीसीसी शुगर मिल्स लिमिटेड | मलकपुर | बागपत |
85 | मोदी शुगर मिल्स लिमिटेड | मोदीनगर | गाजियाबाद |
86 | सिम्बोली शुगर मिल्स लिमिटेड | सिम्भौली | गाजियाबाद |
87 | मवाना शुगर वर्क्स | मवाना | मेरठ |
88 | काशीपुर सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | औराई | सिद्धार्थ नगर |
89 | अजुधिया शुगर मिल्स | राजा का साहसपूर | मुरादाबाद |
90 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | अमरोहा | J.F.Nagar |
91 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | गजरौला हसनपुर | J.F.Nagar |
92 | chadha शुगर प्राइवेट लिमिटेड | धनोरा | J.F.Nagar |
93 | विनस शुगर लिमिटेड | शिव शक्ति नगर मझावली | मुरादाबाद |
94 | धामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड | असमोली | मुरादाबाद |
95 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | रामपुर | रामपुर |
96 | रुद्र बिलास किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | बिलासपुर | रामपुर |
97 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | बिजनौर | बिजनौर |
98 | धामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड | धामपुर | बिजनौर |
99 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | चांदपुर | बिजनौर |
100 | ऊपरी गंजज शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड | स्योहारा | बिजनौर |
101 | किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | स्नेहरवाद,नजीबाबाद | बिजनौर |
102 | द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड | बुंदकी | बिजनौर |
103 | मैसर्स दीवान शुगर्स लिमिटेड | अग्रवालपुर | मुरादाबाद |
104 | किसान शुगर मिल्स लिमिटेड | नानौता | सहारनपुर |
105 | किसान सहकारी चीनी फैक्टरी लिमिटेड | सरसवान | सहारनपुर |
106 | यूपी स्टेट शुगर कारपोरेशन लिमिटेड | विद्वि | सहारनपुर |
107 | शकुंभरी शुगर एंड अलाइड इंडस्ट्रीज लिमिटेड | तोदारपुर | सहारनपुर |
108 | गंगाश्वर शुगर मिल्स लिमिटेड | देओबंद | सहारनपुर |
109 | मोनेट इंडस्ट्रीज लिमिटेड चीनी इंडस्ट्रीज | Uoon | मुजफ्फरनगर |
110 | गंगा किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड | मोरना | मुजफ्फरनगर |
111 | Titavi शुगर कॉम्प्लेक्स | तितावी | मुजफ्फरनगर |
112 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | रोहणकाला | मुजफ्फरनगर |
113 | अपर डो-एब शुगर मिल्स | शामली | मुजफ्फरनगर |
114 | टिकोला शुगर मिल्स लि. | तिकोला | मुजफ्फरनगर |
115 | मानसरपुर शुगर मिल्स लिमिटेड | मंसूरपुर | मुजफ्फरनगर |
116 | त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड | खतोली | मुजफ्फरनगर |
117 | मैसर्स दयाराम शुगर मिल्स | गजल हेरी | सहारनपुर |
118 | यूपी स्टेट शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड | शाहगंज | जौनपुर |
119 | मैसर्स नंदगंज सिहोरी कंपनी लिमिटेड | नंदगंज | गाज़ीपुर |
120 | आनंद कृषि रसायन, लाधौआ | अलीगढ | अलीगढ़ |
121 | उत्तम शुगर मिल, बरकतपुर | बिजनौर | बिजनौर |
122 | द्वारिकेशपुरम चीनी मिल, अफजलगढ़ | बिजनौर | बिजनौर |
123 | नागलाल चीनी मिल, नागलाल | मेरठ | मेरठ |
124 | पार्ल बिस्किट प्रा. लिमिटेड, केसरगंज | बहराइच | बहराइच |
125 | त्रिवेणी इंजीनियरिंग, सबितगढ़ | बुलंदशहर | बुलंदशहर |
126 | डीएससीएल शुगर वर्क्स, लोनी | हरदोई | हरदोई |
127 | डीएससीएल शुगर वर्क्स, हरियायन | हरदोई | हरदोई |
128 | त्रिवेणी इंजीनियरिंग लिमिटेड, चंदनपुर | जे.पी. नगर | J.F.Nagar |
129 | उत्तम शुगर मिल्स लिमिटेड, खैखेरी | मुज़्ज़फ़्फ़रनगर | मुजफ्फरनगर |
130 | डीसीएम शुगर मिल, राजपुरा | बदायूं | बदायूं |
131 | डालमिया सीएम, झवारपुर | सीतापुर | सीतापुर |
132 | सिम्भाली शुगर मिल, ब्रिजनाथपुर | ग़ाज़ियाबाद | गाजियाबाद |
133 | त्रिवेणी इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रानीनागल | मोरादाबाद | मुरादाबाद |
134 | उत्तम शुगर मिल्स लिमिटेड, शेरमो | साहरनपुर | सहारनपुर |
135 | त्रिवेणी इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड, नारायणपुर | रामपुर | रामपुर |
136 | खुम्बी शुगर मिल, खुम्बी | खेरी | खीरी |
137 | डालमिया चिन्नी मिल, नेघोई | शाहजहांपुर | शाहजहाँपुर |
138 | राणा शुगर लिमिटेड, बेलवाड़ा | मोरादाबाद | मुरादाबाद |
139 | हैदरगढ़ चिन्नी मिल, हैदरगढ़ | बाराबंकी | बाराबंकी |
140 | मानकापुर चिन्नी मिल, मानकापुर | गोंडा | गोंडा |
141 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, किनाउनी | मेरठ | मेरठ |
142 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, थाना भवन | मुज़्ज़फ़्फ़रनगर | मुजफ्फरनगर |
143 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, गंगनोली | साहरनपुर | शाहजहाँपुर |
144 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, भेशाना भुदान | मुज़्ज़फ़्फ़रनगर | मुजफ्फरनगर |
145 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, बेलाई | बिजनौर | बिजनौर |
146 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, खंभाखेरा | खेरी | खीरी |
147 | बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड, बरखेरा | पीलीभीत | पीलीभीत |
148 | बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड, मिजोरहा | अम्बेडकर नगर | अम्बेडकर नगर |
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अंतिम शब्द
हम आशा करते हैं कि इस लेख ने आपको उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की सूची के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की है। हमने मिलों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर किया है, उनके स्थानों और उत्पादन क्षमताओं पर प्रकाश डाला है।
चाहे आप चीनी उद्योग के प्रति उत्साही हों या उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों के बारे में जानने को उत्सुक हों, हमारा मानना है कि यह लेख एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत करता है।
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