India Governor list in Hindi 2023 | Bharat ke Rajyapal kaun hai?

Get the latest India Governor list in Hindi 2023 | Bharat ke Rajyapal kaun hai? जानिए भारत के राज्यपाल कौन है?

भारत में राज्यों के विकास और संचालन के लिए राज्यपाल की भूमिका महत्वपूर्ण है। यहां आपको भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची 2023 प्राप्त होगी, जिसमें हर राज्य के राज्यपाल के बारे में विस्तृत जानकारी भी होगी।

आप को बता दूँ की अब भारत में 29 नही बल्कि सिर्फ 28 राज्य रह गये हैं  क्यूंकि 31 अक्टूबर के बाद से जम्मू और कश्मीर के राज्य की दर्जा खत्म कर दिया गया है।

India Governor list

भारतीय गणराज्य में राज्यपाल सभी 28 राज्यों में राज्य प्रमुख का संवैधानिक पद होता है। राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति पाँच वर्ष के लिए करते हैं और वे राष्ट्रपति की मर्जी से पद पर रहते हैं। Governor राज्य सरकार का विधित मुखिया होता है जिसकी कार्यकारी कार्रवाई राज्यपाल के नाम पर सम्पन्न होती है।

भारत का राज्यपाल कौन है ? Who is the governor of India in Hindi इस सवाल के जवाब में 28 राज्यों के राज्पालों की सूचि निचे दिया गया है।

India Governor list in Hindi 2023

Bharat ke Rajyapal kaun hai?

यहां आपको भारत के विभिन्न राज्यों के राज्यपालों की सूची मिलेगी , जो 2023 में वर्तमान में पद पर हैं:

Sl State राज्यपाल
01 आंध्र प्रदेश श्री न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एस अब्दुल नज़ीर
02 अरूणाचल प्रदेश लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक,
पीवीएसएम, यूवाईएसएम, वाईएसएम (सेवानिवृत्त)
03 असम श्री गुलाब चंद कटारिया
04 बिहार श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर
05 छत्‍तीसगढ़ श्री बिस्वा भूषण हरिचंदन
06 गोवा श्री पी.एस. श्रीधरन पिल्लई
07 गुजरात श्री आचार्य देव व्रत
08 हरियाणा श्री बंडारू दत्तात्रेय
09 हिमाचल प्रदेश श्री शिव प्रताप शुक्ल
10 झारखंड श्री सी.पी. राधाकृष्णन
11 कर्नाटक श्री थावरचंद गहलोत
12 केरल श्री आरिफ मोहम्मद खान
13 मध्‍य प्रदेश श्री मंगूभाई छगनभाई पटेल
14 महाराष्‍ट्र श्री रमेश बैस
15 मणिपुर सुश्री अनुसुइया उइके
16 मेघालय श्री फागू चौहान
17 मिज़ोरम डॉ. कंभमपति हरिबाबू
18 नागालैंड श्री ला गणेशन
19 ओडिशा प्रोफेसर गणेशी लाल
20 पंजाब श्री बनवारी लाल पुरोहित
21 राजस्‍थान श्री कलराज मिश्र
22 सिक्किम श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य
23 तमिलनाडु श्री आर. एन. रवि
24 तेलंगाना डॉ तमिलिसाई सौंदराराजन
25 त्रिपुरा श्री सत्यदेव नारायण आर्य
26 उत्‍तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल
27 उत्तराखंड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त)
28 पश्चिमी बंगाल डॉ सीवी आनंद बोस

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भारत के सभी 8 केन्द्रशासित प्रदेशों के लेफ्टीनेंट गवर्नर तथा प्रशासक की सूचि 2023

Sl संघ राज्य क्षेत्र लेफ्टीनेंट गवर्नर एवं प्रशासक
01 अंडमान और निकोबार द्वीप (यूटी) एडमिरल डी के जोशी (लेफ्टिनेंट गवर्नर)
02 चंडीगढ़ (यू.टी) श्री बनवारी लाल पुरोहित (प्रशासक)
03 Dadra and Nagar Haveli and Daman and Diu (UT) श्री प्रफुल्ल पटेल (प्रशासक)
04 दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) श्री विनय कुमार सक्सेना (लेफ्टिनेंट गवर्नर)
05 जम्मू और कश्मीर (यू.टी) श्री मनोज सिन्हा (लेफ्टिनेंट गवर्नर)
06 लक्षद्वीप (यू.टी) श्री प्रफुल्ल पटेल (प्रशासक)
07 पुडुचेरी (यू.टी) डॉ तमिलिसाई सौंदराराजन (अतिरिक्त प्रभार)
(लेफ्टिनेंट गवर्नर)
08 लद्दाख (यू.टी) ब्रिगेडियर (डॉ.) श्री बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) (लेफ्टिनेंट गवर्नर)

भारत के राज्यों के राज्यपाल की भूमिका और कार्य

हर राज्यपाल का अपना महत्वपूर्ण दायित्व होता है जो उनके पद की मर्यादिता और संविधानिक धाराओं के अनुसार होता है। वे राज्य सरकार के प्रमुख, विधायिका सभा के आवश्यक सिफारिशकर्ता और राज्य के उप-संचालक के रूप में कार्य करते हैं। उनके पद का महत्व सीमित नहीं होता और वे राज्य में सामाजिक और आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्यों को सम्पन्न करते हैं।

Rajyapalभारतीय संविधान के अनुच्छेद 153 के तहत भारतीय राज्यों के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम करते हैं। वे राज्य सरकार के उच्चतम नागरिक पदाधिकारी होते हैं और उनका कार्यक्षेत्र संविधान द्वारा परिभाषित होता है। यहां हम जानेंगे कि भारत के राज्यपाल की भूमिका और कार्य क्या होते हैं।

राज्यपाल की भूमिका

राज्यपाल भारत के राज्यों में संविधान की नजर में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं। उनकी प्रमुख भूमिका विशेषज्ञ और सलाहकार के रूप में होती है, जो राज्य सरकार के नेतृत्व में सहायता करते हैं। उन्हें राज्य के समस्त कार्यों का संचालन सुनिश्चित करने का कार्य होता है और वे राज्य सरकार के अधिनायक होते हैं।

राज्यपाल की भूमिका राज्य के संवादाता, अनुशासनकर्ता और सुरक्षाकर्ता के रूप में महत्वपूर्ण होती है। उनका कार्य राज्य की विकास योजनाओं की मंजूरी देने से लेकर सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने तक कई दिशाओं में होता है।

राज्यपाल का कार्य

  1. नामनिर्देशन और शपथ: राज्यपाल राज्य के मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्य के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से परामर्श करके उन्हें नामित करते हैं। नामनिर्देशन के बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल के सामने शपथ लेते हैं और उनकी प्रतिज्ञा को स्वीकारते हैं।
  2. विधायिका की अनुमोदन: राज्यपाल विधायिका के सत्र को अनुमोदित करने के लिए होते हैं। वे विधायिका के प्रत्येक सत्र को शुरू करने का अधिकार रखते हैं और सत्र की अनुमोदन देने के बिना यह काम शुरू नहीं हो सकता।
  3. राज्य सरकार के नेतृत्व में सहायता: राज्यपाल राज्य सरकार के नेतृत्व में सहायता करने का कार्य करते हैं। उन्हें सुझाव देने, सरकारी योजनाओं की मंजूरी देने और महत्वपूर्ण निर्णयों की स्वीकृति देने का अधिकार होता है।
  4. विशेष अधिकार: Rajypal के पास कुछ विशेष अधिकार भी होते हैं, जैसे कि विधायिका के सत्र की विशेष बुलावा करने का अधिकार और विशेष प्रकार की शक्तियों का प्रयोग करके सरकार के नियमों को विरोध करने का अधिकार।
  5. राज्य के अभियानों का प्रबंधन: राज्यपाल का कार्य राज्य के विकास और कल्याण के लिए योजनाएँ बनाने और प्रबंधित करने में मदद करना भी होता है। उन्हें विभिन्न सामाजिक और आर्थिक कार्यक्रमों की मंजूरी देने का अधिकार होता है।

राज्यपाल की भूमिका और कार्य राज्य की स्वतंत्र सरकार के साथ मिलकर राज्य के विकास और सुधार में मदद करते हैं। वे नेतृत्व, सलाह, और सहयोग के रूप में सरकारी प्रबंधन में योगदान करते हैं, जो राज्य की सामाजिक और आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित करते हैं।

राज्यपालों का चुनाव और कार्यकाल

राज्यपाल भारतीय संविधान के अनुच्छेद 153 के तहत भारतीय राज्यों के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी होते हैं और उनका चयन और कार्यकाल निम्नलिखित तरीके से होता है:

राज्यपालों का चयन:

राज्यपाल का चयन भारतीय राज्यों में राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। यह चयन विशिष्ट प्रक्रिया के तहत होता है और संविधान के द्वारा परिभाषित निर्वाचन प्रक्रिया का पालन करते हुए होता है। राज्यपालों के चयन में राष्ट्रपति की सिफारिश, विशेषज्ञ सलाहकारों की राय, और विधायिका की अनुमोदन की आवश्यकता होती है।

राज्यपालों का कार्यकाल:

राज्यपाल का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है, लेकिन इसे पुनः चुनावों से पहले समाप्त किया जा सकता है। राज्यपाल का कार्यकाल शासकीय समय सीमा के अनुसार होता है और उन्हें चुनाव आयोजन के बाद पुनः चुना जा सकता है।

राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान उन्हें राज्य के संवादाता, सलाहकार और संरक्षक के रूप में कई जिम्मेदारियाँ सौंपी जाती हैं। वे राज्य की सरकार के साथ मिलकर उसके विकास और सुधार में सहायता करते हैं और सामाजिक सुरक्षा की दिशा में भी योजनाएँ बनाते हैं।

राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान उन्हें विभिन्न समारोहों और सार्वजनिक आयोजनों का अध्यक्ष भी बनाया जाता है, जिससे उनका राज्य के नागरिकों के बीच सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ता है।

FAQs

Q1: राज्यपाल कौन होते हैं?

Ans: राज्यपाल भारतीय राज्यों के संविधानिक मुखिया होते हैं जिनका कार्यकाल पांच साल का होता है।

Q2: राज्यपाल का चुनाव कैसे होता है?

Ans: राज्यपाल का चुनाव राष्ट्रपति की सिफारिशों के आधार पर होता है और उनका कार्यकाल पांच साल का होता है।

Q3: राज्यपाल की मुख्य भूमिका क्या होती है?

Ans: राज्यपाल का मुख्य कार्य राज्य के विकास और सुरक्षा की दिशा में काम करना होता है।

Q4: क्या राज्यपाल को पुनः चुना जा सकता है?

Ans: हां, राज्यपाल के पद की अवधि के बाद भी उन्हें पुनः चुना जा सकता है।

Q5: राज्यपाल किसी राज्य के कितने कार्यकाल तक पद पर रह सकते हैं?

Ans: राज्यपाल किसी राज्य के कितने कार्यकाल तक पद पर रह सकते हैं, इसका कोई निश्चित समय सीमा नहीं होता है, वे पुनः चुने जा सकते हैं।

Q6. उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला गवर्नर कौन थी?

Ans: उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला गवर्नर सरोजिनी नायडू थी।

Q7. गवर्नर कितने प्रकार के होते हैं?

Ans: गवर्नर के दो प्रमुख प्रकार होते हैं – राज्यपाल और केंद्रीय गवर्नर।

Q8. भारत की पहली महिला राज्यपाल कौन है?

Ans: भारत की पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू थी, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाली थी।

Q9. भारत की दूसरी महिला राज्यपाल कौन थी?

Ans: भारत की दूसरी महिला राज्यपाल पद्मजा नायडू थी, जिन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में 11 वर्ष तक कार्यभार संभाली थी।

Q10. भारत के प्रथम पुरुष राज्यपाल कौन थे?

Ans: भारत के प्रथम पुरुष राज्यपाल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी थे (स्वतंत्र भारत के प्रथम और अंतिम गवर्नर जनरल)

Q11. भारत के राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है?

Ans: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 153 के तहत राज्यपालों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

Q12. राज्यपाल का वेतन कौन देता है?

Ans: राज्यपाल का वेतन भारत सरकार द्वारा दिया जाता है।

Q13. राज्यपाल की उम्र कितनी होती है?

Ans: राज्यपाल की न्यूनतम उम्र 35 वर्ष होती है।

Q14. राज्यपाल कैसे बने?

Ans: राज्यपाल के चयन की प्रक्रिया राष्ट्रपति द्वारा की जाती है जिसमें सरकारी अधिकारी और विशेषज्ञ सलाहकारों की सिफारिश और विधायिका की अनुमोदन हो।

Q15: राज्यपालों का कार्यकाल कितने साल का होता है?

Ans: राज्यपाल का कार्यकाल पांच साल का होता है।

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Conclusion

इस लेख में, हमने जाना India Governor list in Hindi 2023 | Bharat ke Rajyapal kaun hai? और भारत के राज्यपालों का महत्व क्या है और उनकी कार्यक्षमता कैसे होती है। ये राज्यपाल राज्य के विकास और सुरक्षा की दिशा में काम करते हैं और उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह जानकारी हमारे समाज के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है ताकि हम अपने देश के संविधानिक प्रशासन में सहयोग कर सकें।

भारत का राज्यपाल वर्त्तमान में कौन है इसकी अधिक जानकारी के लिए आप विकिपीडिया का यह पोस्ट भी पढ़ सकते हैं. अगर आपको हमारा यह पोस्ट ” भारत का राज्यपाल कौन है ” अच्छा लगा तो सोशल मीडिया पर Share जरूर करें.

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